नागार्जुन सागर में दो दिन के लिए होटल बुक किया था. एक दिन नागार्जुन कोंडा बुद्धिस्ट म्यूजियम देखने में लग गया और आधा दिन अनूपु गांव, जहां प्राचीन बौद्ध विश्वविद्यालय फिर से स्थापित किया गया है. कुछ समय था तो होटल वाले से पुछा कि और कोई देखने लायक जगह हो तो बताए. उसने कहा की आप के पास गाड़ी है तो आप वॉटरफॉल देख्न सकते हैं जो लगभग 15 किमी दूर होगा. बस गाडी उस तरफ दौड़ा दी. सड़क बहुत अच्छी नहीं थी पर आधे घंटे में पहुँच गए. सुन्दर स्पॉट है. आप भी देखिये:
|
1. एथिपोथला जलप्रपात चन्द्रवंका नदी पर जिला पालनाडु, आंध्र प्रदेश में है. इस जलप्रपात का पानी सत्तर फुट से सीधा नीचे न गिर के चट्टानों पर गिरता हुआ झरना cascade बना देता है. यहाँ चन्द्रवंका नदी में नकला और तुमाला नामक छोटी धाराएं भी शामिल हो जाती हैं. इस झरने के बाद चन्द्रवंका नदी तीन किमी आगे चल कर कृष्णा नदी में मिल जाती है. मानसून में और उसके बाद झरने में ज्यादा पानी आता है और कई छोटे छोटे झरने भी बन जाते हैं. सुन्दर प्राकृतिक जगह है |
|
2. प्रवेश के लिए टिकट है. अंदर आंध्र प्रदेश टूरिज्म का रेस्त्रां और व्यू पॉइंट भी है. नागार्जुन सागर से यह स्थान लगभग 15 किमी है. यहाँ एक मगरमच्छ फार्म भी है ( जो उस वक़्त बंद था ). |
|
3. यह लम्बाडी आदिवासी महिला सभी पर्यटकों का स्वागत करती है हालांकि उसकी बात काम ही समझ में आती है. लम्बाडी आदिवासियों को बंजारा या सुगाली भी कहते हैं. आंध्र और तेलंगाना में काफी संख्या में रहते हैं. |
4. एथिपोथला झरना |
5. झरने के पास ही दत्तात्रेय मंदिर है. नीचे मंदिर की ओर जाने का रास्ता |
|
6. दत्तात्रेय मंदिर लम्बाडी समाज का मुख्य मंदिर है |
7. झरना और आसपास
मेरठ - बैंगलोर - मेरठ कार यात्रा, भाग - 29
1 comment:
https://jogharshwardhan.blogspot.com/2024/06/blog-post_6.html
Post a Comment