लेह से लगभग 45 किमी दूर एक क़स्बा है जिसका नाम है हेमिस. यहाँ एक बौध मठ है जिसे हेमिस मठ या हेमिस गोम्पा या Hemis Monastery कहते हैं. यह हेमिस मठ लगभग 12000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और सिन्धु नदी के पश्चिमी किनारे पर है.
कहा जाता है की यह गोम्पा ग्यारवीं सदी से भी पहले का है और इसका जीर्णोधार 1672 में लद्दाखी राजा सेन्ग्गे नामग्याल द्वारा कराया गया था. यह गोम्पा महायान बौध समुदाय के द्रूक्पा शाखा से सम्बन्ध रखता है. दुसरे मठों के मुकाबले यह सबसे बड़ा और सबसे सम्पन्न मठ है.
प्रस्तुत हैं गोम्पा में रखी हुई कुछ मूर्तियों के चित्र मुकुल वर्धन के सौजन्य से:
हेमिस गोम्पा से सम्बंधित कुछ और चित्र निम्नलिखित ब्लोग्स में देखे जा सकते हैं.
http://jogharshwardhan.blogspot.com/2015/07/hemis-monastery_6.html
http://jogharshwardhan.blogspot.com/2015/07/hemis-monastery-laddakh.html
कहा जाता है की यह गोम्पा ग्यारवीं सदी से भी पहले का है और इसका जीर्णोधार 1672 में लद्दाखी राजा सेन्ग्गे नामग्याल द्वारा कराया गया था. यह गोम्पा महायान बौध समुदाय के द्रूक्पा शाखा से सम्बन्ध रखता है. दुसरे मठों के मुकाबले यह सबसे बड़ा और सबसे सम्पन्न मठ है.
प्रस्तुत हैं गोम्पा में रखी हुई कुछ मूर्तियों के चित्र मुकुल वर्धन के सौजन्य से:
हेमिस गोम्पा से सम्बंधित कुछ और चित्र निम्नलिखित ब्लोग्स में देखे जा सकते हैं.
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