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1. चेन्नई - कोलकाता राजमार्ग NH 16 के नज़दीक बसा मछुआरों का गांव थुमलापेंटा और बीच, जिला नेल्लोर, आंध्र प्रदेश |
बैंगलोर से वापसी यात्रा नेल्लोर होते हुए शुरू हुई. विजयवाड़ा जाने के लिए चेन्नई - कोलकाता राजमार्ग NH 16 पर आ गए. एक तरफ बंगाल की खाड़ी का समंदर और दूसरी ओर पूर्वी घाट की ऊँची नीची पहाड़ियां साथ साथ चल रही थीं. नेल्लोर से लगभग 70 किमी चलने के बाद कावली का बोर्ड नज़र आया जिस पर अधूरा सा 'Beach' शब्द नज़र आया. गाड़ी वहीँ मोड़ ली हालांकि बूंदा बांदी हो रही थी. आगे चले तो सड़क कम और सड़क पर ताल - तल्लैय्या ज्यादा नज़र आये ! गाड़ी चलाने में मुश्किल हो रही थी पर लुड़कते पुड़कते बीच तक पहुँच ही गए.
थुमलापेंटा काफी बड़ा गांव है और बहुत से मछुआरे समंदर से वापिस आते नज़र आए. कुछ मछुआरे अपने जाल और नाव समेट रहे थे जैसे की छुट्टी हो गई हो. बीच पर जिन्दा और अधमरे केकड़े, छोटी मरी हुई मछलियां, कौवे और चीलें बहुत थीं. बहुत लम्बा बीच था पर पर्यटक बहुत कम थे. नावों से दूर बीच साफ़ था पर कोई रेस्तरां या टॉयलेट नज़र नहीं आया.
काली घटा छाई हुई थी जिसके कारण हवा में ठंडक थी और सीनरी बहुत सुन्दर दिख रही थी. एक डेढ़ घंटा गुजारने के बाद हम फिर राजमार्ग 16 पर आ गए.
2. नेल्लोर-विजयवाड़ा रोड पर एक फ़ूड प्लाज़ा |
3. विजयवाड़ा की ओर जाता राजमार्ग
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4. पूरे रास्ते में बादलों के तरह तरह से बदलते डिज़ाइन नज़र आते रहे !
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5. चॉकलेटी पहाड़ियां ! |
6. सी बीच |
7. थुमलापेंटा गांव में मछुवारों के जाल और नाव |
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8. लो आसमां झुक रहा है ज़मीं पर..... |
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9. केकड़ा जान बचाने के लिए शंख में छुपने की बेकार कोशिश कर रहा है. रेत में घुसता तो फिर भी बच सकता था. कौवे, चीलें और आदमी भी केकड़े के शिकार के लिए तैयार रहते हैं |
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10. सुहाना सफर और ये मौसम हसीं.... |
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11. ज्यादातर मछुआरे सुबह अँधेरे में ही समुद्र में जाकर जाल डाल देते हैं. धूप निकलते ही वापिस आ जाते हैं |
12. हिचकोले खिलाता गांव का रास्ता
13. समंदर और गांव का एक दृश्य
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14. ठंडी हवा ने मूड बदल दिया ! |
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15. नमक की खेती |
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16. थुमलापेंटा बीच, आंध्र प्रदेश |
मेरठ - बैंगलोर - मेरठ कार यात्रा, भाग - 26
4 comments:
https://jogharshwardhan.blogspot.com/2024/05/blog-post_26.html
सुन्दर
Very Nice Sir Ji. 👌
सुंदर...
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