अन्तराष्ट्रीय योग दिवस पर सभी को बधाई!
योगाभ्यास लगातार करते रहें तो डॉक्टर और कड़वी गोलियों से काफी हद तक बचे रह सकते हैं. शरीर चुस्त और फुर्तीला रहता है. लगातार आसन और प्राणायाम के अभ्यास से मन भी शांत होने लगता है.
अगर अभी तक नहीं किया तो शुरू कर दें ! शुभकामनाएं!
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उष्ट्र आसन. घुटनों के बल खड़े हो जाएं. कन्धों के बराबर घुटनों में फासला रख लें. दोनों हाथों के अंगूठे रीढ़ की हड्डी पर और उँगलियाँ आगे की ओर कर लें. गर्दन और कमर पीछे झुकाते हुए हथेलियाँ एड़ियों पर रख लें. कुछ देर रुकें और फिर धीरे धीरे वापिस आ जाएं. इस आसन से गर्दन, रीढ़ की हड्डी प्रभावित |
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मत्स्य आसन की एक स्थिति |
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सुप्त वज्र आसन |
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गौमुख आसन |
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