झालावाड़ में झालरा पाटन के मंदिरों के अलावा एक और सुन्दर टूरिस्ट स्पॉट है गागरों का किला। झालावाड़ से ज्यादा दूर नहीं लगभग पंद्रह किमी है. आप अपनी गाड़ी या ऑटो से भी जा सकते हैं. गाड़ी पार्किंग के लिए किले के अंदर जगह है. किला बारहवीं शताब्दी में डोड राजा बिजल देव सिंह ने शुरू करवाया था हालांकि यह जगह सातवीं सदी से ही इस्तेमाल की जा रही थी. किले के निर्माण की कोई पक्की तारीख नहीं मालूम है. यह किला आहु और कालीसिंध नदियों के संगम पर स्थित है. दोनों नदियां तीन ओर से एक ऊँची पहाड़ी को घेर लेती हैं जिस पर ये किला बना हुआ है. किले के प्रवेश द्वार के पास एक झील बना दी गई थी जिसके कारण यह किला चारों तरफ से पानी से घिर गया अर्थात 'जल दुर्ग' बन गया है. इस झील या खाई को गिद्ध खाई कहते हैं.
डोड ( परमार ) राजा द्वारा बनाए जाने के कारण इसे डोड गढ़ भी कहते हैं. इस जल दुर्ग की एक और खासियत है की किले की नींव नहीं है बल्कि पहाड़ी की चट्टानों के ऊपर ही भारी पत्थरों को रख कर दीवारों का निर्माण कर दिया गया है. किले के दो दरवाज़े हैं एक नदी की तरफ और एक पहाड़ी रास्ते की तरफ. तीन परकोटे हैं और अंदर महल. मंदिर, दीवाने ए आम और ख़ास हैं. प्रवेश द्वार की तरफ सूफी संत मिट्ठे शाह की दरगाह भी है. पास में ही संत पीपाजी का आश्रम भी है.
किले पर डोडिया राजपूत, खींची राजपूतों ने राज किया उसके बाद खिलजी, राणा कुंभा, अकबर और महारावल भीम सिंह ने राज किया। किले ने 14 लड़ाइयां और दो बार जौहर देखे।
जून 2013 में राजस्थान के 6 किलों को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया था जिनमें गागरों का किला भी शामिल है. अन्य पांच किले हैं - आमेर का किला, चित्तोड़ गढ़, जैसलमेर का किला, कुम्भल गढ़ और रणथम्बोर का किला। प्रस्तुत हैं कुछ फोटो:
1. किले का एक परकोटा। यहाँ से सुन्दर दृश्य देखे जा सकते हैं |
2. महल का एक भाग |
3. मानसून के कारण आस पास अच्छी हरियाली हो जाती है |
4. किले का प्रवेश द्वार गणेश पोल. गेट के ऊपर नक्कार खाना है जहाँ नगाड़े बजाए जाते थे. |
5. सैनिक निवास |
6. परकोटा और दूर के पहाड़। ये विंध्याचल रेंज की मुकुन्दरा पहाड़ियां हैं |
7. किले का इस भाग और दूर की पहाड़ियों के बीच कालीसिंध नदी बहती है |
8. महल के झरोखे से एक नज़ारा |
9. यहाँ कभी जौहर हुआ था |
10. राम बुर्ज और सैलानी |
11. बड़ा महल |
12. अँधेरी बावड़ी |
13. बड़े महल का दालान |
14. बड़े महल का एक हिस्सा |
15. प्रवेश द्वार के पास बना किले का नक्शा |
16. खींची राजपूत राजा पीपाजी संत बन गए थे. आस पास के क्षेत्र में इनकी बड़ी मान्यता है |
17. संत पीपाजी का निर्माणाधीन मंदिर |
3 comments:
इस ब्लॉग का लिंक - https://jogharshwardhan.blogspot.com/2024/01/8.html
बहुत सुन्दर जी। ओर आपने बहुत अच्छा लिखा है जी।
थैंक्स जी🙏🏻🙏🏻
थैंक्स अंकल जी🙏🏻🙏🏻
Post a Comment