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Sunday, 30 April 2017

ऑफिस की क्लियोपैट्रा

चीफ साब कुर्सी पर विराजमान हुए. पानी का गिलास उठा कर दो घूंट पिए और फिर ढक कर रख दिया. पेन, पेंसिल और एक राइटिंग पैड दराज में से निकल कर सामने टेबल पर रख लिया. एक जरूरी फाइल भी रख ली जिसकी आज चिट्ठी भेजनी थी. सर पर कंघी फेरी तो चार छे बचे हुए बाल पहले लेट गए और फिर खड़े हो गए.

अब केबिन के शीशे से बाहर का जायज़ा लिया. हॉल के कोने में कैशिएर के पास कुछ लोगों की महफ़िल चल रही थी. सुबह अक्सर ऐसा होता है लोग हाथ मिला कर दो चार मिनट गपशप लगाते हैं. पर इस महफ़िल में शोर कुछ ज्यादा ही था. घंटी मार दी और चपरासी को बोला,
- नरूला साब.
नरूला साब केबिन में आए,
- गुड मोर्निंग सर! कैसे हैं आप सर? आपने याद किया सर?
- नरूला ये आज कैसी महफ़िल चल रही है. दो एक दिन पहले भी मैंने इसी तरह की महफ़िल देखी थी. क्या माजरा है?
- सर संक्षेप में बताऊँ या विस्तार से? 
- यार नरूला ऑफिस में शोर्ट में बात किया करो. ऑफिस के बाद में अपनी शायरी और साहित्य का ज्ञान बांटा करो. मुझे पता है कि तुम हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी साहित्य के ज्ञाता हो.
- जी सर जी सर. बिलकुल सर. संक्षेप में बता रहा हूँ सर की ऑफिस में कलूपेत्रा आ गई है.
- कौन?
- कलूपेत्रा सर जिसे अंग्रेजी में क्लियोपैट्रा कहते हैं. 
- कौन?
- सर पहली तारीख को नई लड़की ने ज्वाइन किया था उसी की बात कर रहा हूँ.
- तो उसे क्या हुआ?
- सर उसने गार्ड से माचिस माँगी, फिर पर्स से डिब्बी निकली, डिब्बी से सिगरेट निकली, फिर सुलगाई और सुट्टे मारने लगी. अब चर्चा तो होनी ही थी साब.
- उसे समझा देते.
- समझा दिया सर, अच्छी तरह से समझा दिया. अब ऑफिस में नहीं पीयेगी.
- और ये महफ़िल?
- सर अब अगर क्लियोपैट्रा आई है तो मार्क एंटोनी, जूलियस सीज़र जैसे बहुत सारे मजनूं भी तो मंडराते नज़र आएँगे ना सर. इसलिए महफ़िल लगती है सर.
- क्या मतलब?
- सर इस ऑफिस में एक ही तो कंवारा है मनोहर मदान है. सर मन्नू तो उस पर फ़िदा हो गया है. केशियर भी उस पर मरने लगा है. क्लियोपैट्रा की ड्रेस देख कर अब मिसेज़ मल्होत्रा और मिसेज़ गोयल भी क्लियोपैट्रा से चिढ़ने लगी हैं सर.
- छोड़ो नरूला ये सब.
- मैं तो सर वैसे ही बता रहा हूँ. सारे जेंट्स आजकल जल्दी आ रहे हैं और बेहतर ड्रेस में आ रहे हैं. और परफ्यूम वगैरा भी लगा रहे हैं. वातावरण बदला हुआ है सर ऑफिस का.
- परफ्यूम?
- सर आप तो वही लगाते होंगे जो मैडम लाती होंगी. बदल लें सर.
- मतलब?
- सर मैंने नहीं ये क्लियोपैट्रा ने कहा है.
- क्या?
- की चीफ साब परफ्यूम बदल लें घरवाली की उठा के लगा लेते हैं.

अगले दिन ही परफ्यूम बदल गई. नरूला साब केबिन में आए और बोले,
- नमस्कार सर. आज तो नई नई परफ्यूम महक रही है सर?
- और बताओ?
- पर सर परफ्यूम बदलने का अब कोई फायदा नहीं है.
- क्या मतलब?
- शाम को जाते हुए क्लियोपैट्रा ये इस्तीफा दे गई है.
- क्या?
- कह गई है कि कितना बे-रंग ऑफिस है ये. इन बुड्ढे टकले अफसरों के साथ मैं नहीं काम कर सकती.

तेरा क्या होगा कालिया 




1 comment:

Harsh Wardhan Jog said...

https://jogharshwardhan.blogspot.com/2017/04/blog-post_30.html