भारत देश में आम जनता को बोलने की पूरी आज़ादी है । थोड़ी बहुत बकबक करने की भी छूट ले रखी है । बेरोकटोक किसी पर भी किसी भी तरह के भी भ्रष्टाचार के चार्ज लगा दिए जाते हैं और फिर ज़रूरी हुआ तो ये भी कह सकते हैं - मैंने तो कहा ही नहीं था या किसी और संदर्भ में कहा था । या फिर - अजी यह रिकार्डिंग तो फेक है सीबीआई द्वारा सीडी की जाँच होनी चाहिए । या कह सकते हैं की - अरे साब मेरी तो आवाज़ ही नहीं है न ही मैं वहाँ था, वग़ैरा ।
आम जनता नेता लोगों को चुनती है और अपने से ऊपर के आसन पर बिठा देती है । चूंकी नेता हमारे सिर से ऊपर बैठते हैं उनकी बोलने की आज़ादी और ज़्यादा है और जिसमें शायद बकबक का पुट भी और ज़्यादा हो सकता है । कुछ नेता तो अँगूठा टेक हैं, कुछ आठवीं दसवीं फ़ेल हैं । पढ़ें लिखें हों या न हों इसकी भी आज़ादी है ।
चुनाव में तो नेताजी को बोलने से या बड़े बड़े पर खोखले वादे करने से कोई रोक ही नहीं सकता । सड़कें, बिजली, पानी, मंहगाई, बेरोज़गारी, आयकर, सीमा विवाद सब समस्याओं का समाधान सत्ता संभालते ही हो जाएगा । बस तुम मुझे कुर्सी दो और मैं चुटकी बजाते ही सब काम पूरे कर दूँगा ।
बिना चुनाव के भी कई नेता अजब ग़ज़ब बोलते रहते हैं जिससे मीडिया को काम मिल जाता है । कुछ उदाहरण बिना किसी टिप्पणी के दिये जा रहे हैं जो विभिन्न अख़बारों में छप चुके हैं या टीवी में दिखाए जा चुके हैं । इनमें कुछ शब्दों का उलट फेर हो सकता है पर आप अर्थ तो समझ सकते हैं । वैसे इन बातों पर वे ख़ुद भी साफ़ सफ़ाई दे चुके होंगे ।
बिनय बिहारी जी बिहार के मंत्री हैं और उनका कहना है की छात्र मोबाइल में अश्लील चित्र और भद्गदे गाने देखते हैं और दिमाग़ भ्रष्ट कर लेते हैं साथ ही माँस का सेवन कर के गरम मिज़ाज हो रहे हैं । छात्रों को केवल शाकाहारी रहना चाहिए ।
हरियाणा भाजापा के नेता व राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष ओ पी धनखड़ जी ने निरवाना में किसान महासम्मेलन में कहा की गाँव में कुँवारे लड़के ज़्यादा हैं और ' बिहार और दूसरी जगह से लड़कियों को ला रहे हैं । सुशील मोदी मेरा यार है, रिश्ते करवाएँगे तो ढंग से करवाएँगे, यहाँ वहाँ से लेना देना छुड़वा देंगे ।'
डिप्टी मुख्य मंत्री महाराष्ट्र सरकार अजीत पवार जी जालना ज़िले में एक रैली में गए और वहाँ से वापसी में एक सरकारी गेस्ट हाउस में कुछ साथियों के साथ लंच किया । खाने के बाद आइसक्रीम मँगवाई जो वहाँ उपलब्ध नहीं थी । उस वक़्त तो वे सब चले गए परन्तु बाद में गेस्ट हाउस के दो इंजीनियरों को नोटिस मिला कि उन्होंने मंत्री जी के लंच में आइसक्रीम की व्यवस्था क्यों नहीं की ?
गोआ के मुख्य मंत्री ने कहा की रेप हो जाने के बाद केवल एक इंस्पेक्टर पूछताछ करता है और अगर कोई औद्योगिक इकाई लगाता है तो उससे 15-17 इंस्पेक्टर पूछताछ करते हैं ।
'आप' के नेता तो किसी न किसी संदर्भ में कई बार कह चुकें हैं 'सब चोर हैं सब जेल जाएंगे' ।
रक्षा मंत्री अंटोनी जी ने एक बार कुछ इस तरह का बयान दिया था की कुछ आतंकवादियों ने आर्मी की यूनीफार्म पहन कर भारतीय सीमा पर घुसपैठ की ।
Indian Express ने 4.13 बजे 14 Jan 14 को ट्वीट किया ' Our movement was never anti-Cong. It was and is anti-BJP: Manish Sisodia.
आधे घंटे बाद फिर ट्वीट आया Correction: Our movement was never anti-Cong. It was and is anti-corruption, says Manish Sisodia.
और पिछले चुनाव में तो कमाल के डायलाग बोले गए थे । किसी एक पार्टी के नेता द्वारा नहीं बल्कि सभी पार्टियों के नेताओं ने कमाल कर दिया था । एक दूसरे पर कीचड़ उछालने की होड़ लगी हुई थी जबकी होड़ के बजाय ब्रेक लगनी चाहिए थी ।
हरी अनंत हरी कथा अनंता । इसी तर्ज़ पर कह सकते हैं की नेता अनंत नेता-कथा अनंता ! शायद अगले चुनाव तक कुछ सुधार हो जाए ।
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