कर्नाटक इन दिनों चुनाव के कारण काफी चर्चा में रहा है. ये मुद्दा कि 'इस पार्टी की सरकार बनेगी या फिर उस पार्टी की?' मीडिया में खूब उछलता रहा. नेताओं की अंतहीन बहस को छोड़िये पांच साल बाद हाथ जोड़कर फिर खड़े हो जाएंगे. इस बहस के बीच अगर कर्नाटक की झलक दिखा दी जाती तो बेहतर होता. उसका कारण ये है कि खुबसूरत प्रदेश है, ऐतिहासिक किलों, कहानियों, मंदिरों और इमारतों से भरपूर है, पहाड़ियों और जंगलों की कमी नहीं है. घुमक्कड़ी के लिए बहुत बढ़िया प्रदेश है.
प्रदेश की सीमा केरल, तमिलनाडु, आन्ध्रा, अरब सागर, गोवा और महाराष्ट्र से लगी हुई है. इसलिए आप अगर बंगलुरु में हैं तो इत्मिनान से कन्याकुमारी छू कर आ सकते हैं. बस, रेल या हवाई यात्रा आसानी से हो सकती है. हमें तो बंगलुरु में तीन महीने रहने का मौका मिला तो अपनी कार चारों तरफ दौड़ा दी. सड़कें अच्छी हैं, लोग अच्छे हैं और हिंदी इंग्लिश की खिचड़ी में काम चल जाता है. खाने पीने में चावल, डोसा, इडली, सांभर, वड़ा के अलावा मैसूरू की मिठाइयां भी गजब की हैं. इक्का दुक्का पंजाबी ढाबे भी नज़र आ जाते हैं जहाँ रोटी मिल जाती है. पर यहाँ 'चाय्य चाय्य' की जगह 'कोफ्फीय्य कोफीय्य' की आवाज़ सुनने को मिलेगी. कारण ये की चिकमगलूर वगैरा में कॉफ़ी के बागान हैं.
2011 की जनगणना के अनुसार 6 करोड़ 11 लाख से ज्यादा लोग प्रदेश के 30 जिलों में रहते हैं. बंगलुरु सबसे बड़ा शहर है. कन्नड़ यहाँ की सरकारी भाषा है. इसके अलावा यहाँ उर्दू, तेलुगु, तमिल, मराठी, टुलू, हिंदी, कोंकणी, मलयालम और कोडवा भी बोली जाती हैं. कर्नाटक को कर्णाटक या कर्नाटका भी कह देते हैं. प्रदेश का पुराना नाम मैसूर था पर 1956 से कर्नाटक नाम रख दिया गया. फिरंगी इसे Carnatic के नाम से बुलाते थे. यहाँ मत्तूर गाँव ( जिला शिमोगा ) ऐसा गाँव है जहाँ संस्कृत बोली जाती है ! कन्नड़ संगीत और साहित्य दोनों ही बहुत समृद्ध हैं. प्रदेश के प्रमुख नामों की लिस्ट बहुत लम्बी है. इनमें से कुछ हैं:
शास्त्रीय संगीत - गंगुबाई हंगल, भीमसेन जोशी, मल्लिकार्जुन मसूर, बसवराज राजगुरु,
चित्रकार - सुन्दरैय्या, वैन्कटप्पा, केशवैय्या, रजा रवि वर्मा,
खिलाड़ी - प्रकाश पादुकोण, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, प्रसन्ना, किरमानी, महेश भूपति, पंकज अडवाणी,
भारत रत्न - सर एम विस्वेस्वरैय्या, भीमसेन जोशी, सी एन आर राव.
फौजी - फील्ड मार्शल के एम् करियप्पा, जनरल के एस थिमैय्या, मेजर संदीप उन्नीकृष्णन
पर्यटन के लिए मुख्य स्थल हैं - बदामी गुफाएं, पट्टाडक्कल, आइहोल, चित्रदुर्ग, हम्पी, बंगलुरु, मैसूरू, ऊटी, मंगलूरू, मुरुदेश्वर, बेलूर, श्रवणबेलगोला, जोग फाल्स, उडुपी इत्यादि इत्यादि. यहाँ भी लिस्ट लम्बी है. लीजिये कुछ फोटो प्रस्तुत हैं:
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हम्पी में पत्थर से बना विशालकाय रथ. इनमें पत्थर से बने घोड़े भी थे जो नष्ट हो चुके हैं. बाद में पत्थर के हाथी लगाने की भी नाकाम कोशिश की गई थी. यह रथ विजयनगर साम्राज्य का एक प्रतीक है. विजयनगर साम्राज्य दो भाइयों हरिहर और बुक्का राय ने 1336 में स्थापित किया जो 1565 तक चला |
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भगवान् बाहुबली की एक ही पत्थर में तराशी गई 57 फुट ऊँची दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है. चट्टान में कटी होने के कारण ये स्वयं ही बिना सहारे के खड़ी हुई है. बाहुबली प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव के पुत्र थे. यह मूर्ति सन 981 में बनी थी और उसके हर बारह साल बाद मूर्ती का महामस्तकाभिषेक किया जाता है |
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संत फिलोमेना चर्च, मैसूरू. इसे संत जोज़फ़ चर्च भी कहते हैं. जुड़वां मीनारों की ऊँचाई 175 फीट है. यह चर्च 1933 में तैयार हुआ था. अंदर शीशों पर सुंदर चित्रकारी है |
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चेन्नाकेशवा मंदिर बेलूर जिला हासन. साला नामक नौजवान ने शेर को मुकाबले में मार गिराया. कालान्तर में इस नौजवान ने होयसाला साम्राज्य की स्थापना की जो सन 1026 से 1355 तक चला. पत्थर की यह मूर्ती होयसाला साम्राज्य का राजचिन्ह बन गया. इस साम्राज्य काल में सुंदर मंदिर बने और कन्नड़ और संस्कृत साहित्य को बहुत बढ़ावा मिला |
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मंगलुरु के एक होटल की खिड़की से दिखता एक दृश्य. मंगलुरु एक अच्छा और बड़ा पोर्ट सिटी है और पूरी तरह से cosmopolitan शहर है. मंगलूरू अरब सागर तट पर स्थित है और बंगलुरु से लगभग 400 किमी दूर है |
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बेलूर मंदिर या चेन्नाकेशवा मंदिर में पत्थर पर सुंदर खुदाई. भगवान् कृष्ण ने पर्वत उठा लिया है और सभी ने उसके नीचे आश्रय ले लिया है. ये मंदिर हासन जिले में है और 1268 में बनाया गया था |
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बंगलुरु शहर की नई पहचान - शीशे और कंक्रीट की इमारतें |
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शिवासमुद्रम जलप्रपात. यहीं कावेरी नदी पर पहला हाईडेल बिजलीघर 1902 में बना था जो अब भी चालू है. प्रदेश में सौर उर्जा और पवन उर्जा पर भी काफी काम हो रहा है |
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तुंगभद्रा नदी पर बने बाँध का जलाशय. प्रदेश की मुख्य नदियाँ हैं - कावेरी, शरावती, तुंगभद्रा, कृष्ण और मलयप्रभा |
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बादामी गुफाएं जहाँ हिन्दू, जैन और बौद्ध मूर्तियाँ और भित्ति चित्र हैं. लगभग 1500 साल पुरानी कृतियाँ . |
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जिला शिमोगा के जंगल के कुछ निवासी |
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कर्नाटक में सात बड़े बैंकों की शुरुआत हुई थी - केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक, कारपोरेशन बैंक, विजया बैंक, इंग वैश्या बैंक और स्टेट बैंक ऑफ़ मैसूर( जो अब स्टेट बैंक में शामिल हो गया है ). ये सभी बैंक दक्षिण कन्नड़ और उडुपी क्षेत्र में स्थापित हुए. कर्नाटक प्रदेश का 2017-18 का अनुमानित GDP 12.80 लाख करोड़ रूपए है जो प्रदेशों में पांचवे स्थान पर है. इसमें से खेती 13%, इंडस्ट्री 24% और सर्विस सेक्टर 63% है |
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बंगलुरु से लगभग सौ किमी दूर गाँव में एक घर |
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जोग फाल्स, जिला शिमोगा. शरावती नदी पर बना भारत का दूसरा ऊँचा जलप्रपात. शरावती का पानी यहाँ 830 फीट नीचे गिरता है. |
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अरब सागर तट पर स्थित शहर मुरुदेश्वर में भगवान शिव की विशालकाय मूर्ती |