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Thursday 11 April 2019

मैत्रेय बुद्ध लद्दाख

कारगिल से लगभग 45 किमी दूर पर लेह की ओर जाते समय मुल्बेख चंबा नमक एक जगह आती है. यहाँ एक चट्टान पर 9 मीटर ऊँची खड़े हुए "मैत्रेय बुद्ध" की मूर्ती उकेरी हुई है. 1975 में चट्टान से लगा हुआ एक मंदिर भी बन गया है जिसके कारण मूर्ती का निचला कुछ हिस्सा छुप गया है  

प्रार्थना चक्र या prayer wheel. पास में लगे बोर्ड के ऊपर वाले भाग में "महापरिनिर्वाण सुत्त" का आंशिक अनुवाद है जिसमें शाक्यमुनि गौतम बुद्ध ने कहा था कि इस धरती पर जन्म लेने वाला मैं पहला या अंतिम बुद्ध नहीं हूँ. मेरे से पहले और मेरे बाद भी बुद्ध होते रहेंगे. दूसरे पैरा में लिखा है -
'This statue of Maitreya was carved probabaly in first century BC during Kushan period. According to the Buddhist belief, fifth Buddha will be Maitreya in the series of one thousand Buddhas who are to visit this world.' 

कुछ लोगों का मानना है की मूर्ती सातवीं या आठवीं शताब्दी की हैं. पास में ही खरोस्ती भाषा में कुछ शिलालेख भी मिले हैं. खरोस्ती ( खरोष्ठी ) भाषा गंधार में प्रचलित प्राकृत और संस्कृत का मिला जुला रूप है  

सन 1400 में लिखे एक शिलालेख में पश्चिमी लद्दाख के राजा ने यहाँ के लामा को बकरे की बली बंद करने का आदेश दिया था. परन्तु स्थानीय लोगों ने राजा का ये आदेश नहीं माना क्यूंकि उनकी देवी नाराज़ हो सकती थी! अभिलेख का इंग्लिश अनुवाद विकिपीडिया से -
Oh Lama take notice of this! The king of faith, Bum lde, having seen the fruits of works in the future life, gives orders to the men of Mulbe to abolish, above all, the living sacrifices, and greets the Lama. The living sacrifices are abolished."
Sadly, the people of Mulbekh found this too onerous to follow, for beside King Lde's edict, on the same rock, is an inscription saying "For what would the local deity say, if the goat were withheld from him?"


इस जगह से थोड़ा दूर एक दुर्गम 300 मीटर ऊँची पहाड़ी पर मुल्बेख बौद्ध विहार भी है. आसपास छोटे और टूटे फूटे बौद्ध स्मारक या अवशेष बिखरे हुए हैं जिन पर ध्यान देने की ज़रुरत है   

                                                      
*** मुकुल वर्धन के सौजन्य से  *** Contributed by Mukul Wardhan ***

3 comments:

Harsh Wardhan Jog said...

http://jogharshwardhan.blogspot.com/2019/04/blog-post.html

शिवम् मिश्रा said...


ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 11/04/2019 की बुलेटिन, " लाइफ सेट करने वाला मंत्र - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

Harsh Wardhan Jog said...

धन्यवाद शिवम् मिश्रा जी.